Aligarh To Harigarh: भारत का असली इतिहास क्या है?

अलीगढ़ शहर भारत के कुछ चुनिंदा शहरों में आता है, सरकार हमेशा उसी जगह को निशाना बनाती है, जिसे लोग जानते हो। Aligarh To Harigarh यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, और न ही ये पहली बार है जब किसी शहर का नाम बदला जा रहा है, ऐसा पहले भी कई जगहों पर हो चुका है।


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Aligarh To Harigarh Name Change


आज तक जितनी भी सरकारे आई है, उन्होंने समय-समय पर बहुत सी जगहों के नाम बदले है | ऐसा आज नहीं हो रहा ये बहुत पहले से चला आ रहा है, आज तक कितनी जगहों के नाम बदले गए और कब बदले ये आप देख सकते है |


  • Jabbulpore To Jabalpur in 1947
  • Jejesmow To Jajmau in 1948
  • Cawnpore To Kanpur in 1948
  • Baroda To Vadodara 1974
  • Trivandram To Thiruvanthapuram in 1991
  • Bombay To Mumbai in 1995
  • Cochin To Kochi In 1996
  • Madras To Chennai in 1996
  • Calcutta To Kolkata in 2001
  • Cuddapah To Kadapa 2005
  • Pondicherry to Puducherry in 2006 
  • Bangalore to Bengaluru in 2007
  • Belgaum To Belagavi in 2014
  • Tumkur To Tumakaru in 2014
  • Hubli To Hubballi in 2014  
  • Shimoga To Shivmogga in 2014
  • Hospet To Hosapete in 2014
  • Mysore to Mysuru in 2014
  • Gulbarga to Kalaburagi in 2014
  • Chikmagalur To Chikkamagaluru in 2014
  • Bijapur To Vijayapura in 2014
  • Bellary To Ballari in 2014
  • Mangalore To Mangaluru in 2014
  • Rajahmundry to Rajahmahendravaram in 2015
  • Gurgaon To Gurugram in 2016
  • Allahabad To Prayagraj in 2018
  • New Raipur To Atal Nagar in 2018
  • Hoshangabad to Narmadapuram in 2021 



ये सिर्फ आपको एक अंदाजा लगाने के लिए हमने बताया हैं, आप विकिपीडिया पर देख सकते हो पूरी जानकारी | और अभी तो बहुत जगहों के नाम बदलने का प्रस्ताव दिया हुआ है, उसकी जानकारी भी आप को विकिपीडिया पर मिल जाएगी |


आखिर क्यों बदले गए इन शहरो के नाम 



हमारे भारत देश की एक अलग ही पहचान थी, फिर यहा मुगलों का राज आया और उन्होंने भारत को अपने हिसाब से पहचान दी | भारत देश का शायद ही कोई कोना बचा हो जहा मुगलों ने कब्ज़ा न किया हो और उसका नाम अपने नाम से न रखा हो |


मुगलों के शासन के समय उन्होंने जितने भी शहर बनाये उनका नाम उन्होंने अपने तरीके से रखा और जो पहले से भारत की पहचान थी उनका भी नाम उन्होंने बदल दिया था |


उसके बाद फिर अंग्रेजो का शासन आया और उन्होंने भी बहुत हद तक ऐसा ही किया जैसा मुगलों ने किया था | अंग्रेजो के शासन के समय भारत का इतिहास ही ख़तम होगया था, पर कुछ लोग अपने बच्चो को बताते आये थे की हम कोन है | और हमारे भारत देश का इतिहास क्या है |


भारत के सबसे पहले मूलनिवासी 


सबसे बड़ी नाइंसाफी हुई थी उन लोगे के साथ जो यहा के सबसे पहले मूलनिवासी थे, क्योंकि इनसे पढने तक का हक छीन लिया था | 


हर इंसान इस बात को जानता था, और जानता है | की अगर आपको किसी को गुलाम बनाना है, तो आपको पहले उनमे लालच और फूट डालनी पड़ेगी और जब मुग़ल भारत मैं आये तो उन्होंने ऐसा ही किया |


जिस समय मुग़ल भारत मैं आये उन्होंने सबसे पहले उन लोगो को टारगेट किया जिनकी संख्या ज्यादा थी | और उनको लालच देके उनसे धर्म बदलवाया जिन लोगो ने उनकी बाते नहीं मानी उनके उपर उन्होंने अत्याचार किये और आखिर मैं लोगो को उनकी बाते मान नी पड़ी |


बहुत जगह हमे एक नाम सुन ने को मिलता है, चंवर वंश पर अगर इतिहासों की बात की जाए तो उसका कही नाम तक नहीं | चंवर वंश के वंशजो की भारत मैं हिन्दू धर्म के अन्दर सबसे बड़ी संख्या बताई जाती अगर वो उस समय इस्लाम सुविकार लेते तो आज भारत एक मुस्लिम राष्ट्र होता | 


भारत को नाम बदल की जरुरत नहीं पड़ती 


भारत देश को कभी भी किसी जगह का नाम बदल ने की जरुरत नहीं पड़ती क्योंकि भारत की इस हालत के जिमेदार यही मौजूद थे, और आज भी है |भारत मैं कुछ ऐसे लोग थे जिनकी वजह से, भारत की पहचान ही मिट गयी थी क्योंकि उन लोगो को दुसरो के उपर राज करना था | 


जिस कारन कारण से भारत पहले मुगलों का गुलाम बना बाद मैं अंग्रेजो का फिर उनलोगों वैसा ही किया जैसा वो चाहते थे, हमारा पूरा इतिहास जला दिया गया मूलनिवासियो के पूरी पहचान ख़तम करदी गई | 


चंद्रगुत मोर्य को भी कोई नहीं जानता अगर उनका जीरो के अविष्कार मैं योगदान न होता | क्योंकि मुगलों ने सिर्फ चुनिन्दा लोगो का ही इतिहास छोड़ा था | क्योंकि भारत मैं बहुत बड़ी संख्या मैं ऐसे लोग थे अगर उन्हें उनका इतिहास पता चल जाता तो मुगलों के लिए परेशानी खडी हो जाती और उन्हें भारत छोड़ना पड़ता |

अंग्रेजो का शासन 


जिस समय अंग्रेज़ भारत आये तो उस समय भारत मैं 2 तरहा के लोग थे एक वो लोग जो अपने आप को भगवान् के वंशज बताते थे, और बाकी उनकी सेवा करने वाले और जो सबसे बड़ी संख्या वाले लोग थे उनका जीना हराम कर रखा था पाखंड बाद ने |


अंग्रेजो ने वैसे पूरी दुनिया पर कब्ज़ा किया पर सबसे ज्यादा फायदा उन्हें भारत से हुआ और सबसे जल्दी भी भारत को गुलाम बना लिया था | क्योंकि भारत मैं इंसान को इंसान तब समझा गया जब महान लोगो को लगा की अब हमारे उपर खतरा आने वाला है | 


क्योंकि अंग्रेजो के लिए शुद्र और सवर्ण दोनों समान थे उनके लिए सभी गुलाम थे और उन्होंने सबको बराबर तंग किया बिना भेद भाव के | जब अंग्रेजो का शासन रहा उसके बाद से भारत मैं इंसान को इंसान के नजरिये से देखना शुरू किया पर अभी भी बहुत लोग ऐसे है, जो खुद को भगवान् मानते है |

Aligarh to Harigarh का कारन ?


इसका सीधा मतलब है, भारत की पहचान को पहले जैसा करना क्योंकि ये नाम मुगलों की निशानी है | इस लिए सरकार इन्हें बदलती आ रही है, क्योंकि दुनिया मैं भारत एक मात्र ऐसा देश है, जहा 79.8% हिन्दू है, विकिपीडिया के मुताबिक | Aligarh To Harigarh  मैं शायद एक हिन्दू राष्ट्र वाली छवि देखने को मिलती है |


सरकार और जनता यही बात बोल रही है, की इसका नाम पहले हिन्दुओ के नाम से था और इसे मुगलों ने बदल दिया था | इसमें कितनी सचाई उसका उनिको पता होगा harigarh अब से पहले कही भी सुन ने को नहीं मिला |


Harigarh का मतलब होता है. Hari भगवान के नाम का अक्षर और garh स्थान, मतलब भगवान का स्थान वैसे इसका बहुत लोग समर्थन भी कर रहे है | और बहुत लोग इसके खिलाफ भी है | और अभी शायद Name Change नहीं हुआ है, अभी तक पुराना नाम ही है | New Name कबतक बदलेगा उसकी अभी कोई पक्की खबर नहीं आई है |

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